हिंदी शिक्षण , हिंदी शिक्षण विज्ञान part - 2

पुस्तक : हिंदी शिक्षण ( हिंदी शिक्षण विज्ञान )

13. भाषा शिक्षण की विधियाँ 
1. मातृभाषा एवं मात्रेतर भाषा 
2. मातृभाषा एवं मात्रेतर भाषाओं की शिक्षण विधियाँ 
3. मातृभाषा शिक्षण की विधियाँ 
मातृभाषा शिक्षण की प्राचीन विधियाँ 
मातृभाषा शिक्षण की अर्वाचीन विधियाँ 
4. मात्रेतर भाषा की शिक्षण विधियाँ 
मात्रेतर भाषाओं के शिक्षण की प्राचीन विधियाँ 
मात्रेतर भाषाओं के शिक्षण की अर्वाचीन विधियाँ 

14. नवीन शिक्षण प्रणालियाँ और भाषा शिक्षण 
1. नवीन शिक्षण प्रणालियाँ 
2. खेल प्रणाली 
खेल विधि के सिद्धांत 
खेल विधि के रूप 
खेल विधि का प्रयोग 
खेल विधि और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
3. सहसंबंध प्रणाली 
सहसंबंध विधि के सिद्धांत 
सहसंबंध विधि के रूप 
सहसंबंध विधि की कार्य - विधि 
सहसंबंध विधि और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
4. किण्डर गार्टन प्रणाली 
किण्डर गार्टन के सिद्धांत 
किण्डर गार्टन प्रणाली की सामग्री तथा साधन
किण्डर गार्टन प्रणाली की कार्य - योजना 
किण्डर प्रणाली और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
5. माण्टेसरी प्रणाली
माण्टेसरी प्रणाली के सिद्धांत
माण्टेसरी स्कूल की साज - सज्जा
माण्टेसरी प्रणाली  में शिक्षणक्रम 
माण्टेसरी प्रणाली में भाषा शिक्षण 
अभिमत 
6.  डाल्टन प्रणाली 
डाल्टन प्रणाली के आधारभूत सिद्धांत 
डाल्टन प्रणाली की साज - सज्जा 
डाल्टन प्रणाली की कार्यविधि 
डाल्टन प्रणाली आउट भाषा शिक्षण  
अभिमत 
7. प्रोजेक्ट प्रणाली 
प्रोजेक्ट प्रणाली के सिद्धांत 
प्रोजेक्ट के रूप 
प्रोजेक्ट प्रणाली की कार्यविधि 
प्रोजेक्ट प्रणाली और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
8. बेसिक शिक्षा प्रणाली 
बेसिक शिक्षा प्रणाली के सिद्धांत 
बेसिक शिक्षा प्रणाली में सहसंबंध के केंद्रीय आधार 
बेसिक शिक्षा प्रणाली की कार्यविधि 
बेसिक शिक्षा प्रणाली और भाषा शिक्षण 
अभिमत 

15. मातृभाषा हिंदी का अन्य विषयों से सहसंबंध 
1. भाषा और ज्ञान संबंध
मातृभाषा हिंदी का विभिन्न विषयों से सहसंबंध  

16. स्व - अनुदेशन प्रणालियों और भाषा भिक्षण 
1. स्व - अनुदेशन का अर्थ 
2. अभिक्रमित 
अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धांत 
अभिक्रमित अनुदेशन के प्रकार 
अभिक्रमन और उसके पद 
अभिक्रमित अनुदेशन और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
3. वैयक्तिक अनुदेशन प्रणाली 
 वैयक्तिक अनुदेशन प्रणाली  के सिद्धांत
वैयक्तिक अनुदेशन प्रणाली द्वारा सीखना
वैयक्तिक अनुदेशन प्रणाली और भाषा शिक्षण 
अभिमत 
4. कंप्यूटर आधारित अनुदेशन 
कंप्यूटर द्वारा अनुदेशन के सिद्धांत 
कम्प्यूटर द्वारा अनुदेशन 
कंप्यूटर आधारित और भाषा शिक्षण 
अभिमत  

17 . भाषा प्रयोगशाला और भाषा शिक्षण 
1. भाषा प्रयोगशाला 
2. भाषा प्रयोगशाला और भाषा शिक्षण 
अभिमत 

18 . पाठ - योजना निर्माण 
1. पाठ - योजना का अर्थ 
पाठ - योजना का महत्व एवं आवश्यकता 
2. पाठ - योजना के आवश्यक तत्त्व 
3. उत्तम पाठ - योजना की विशेषताएँ 
4. पाठ - योजना निर्माण के विभिन्न उपागम 
हरबार्ट उपागम 
ब्लूम उपागम 
समन्वय की ओर 

19 . भाषायी कौशलों का विकास 
1. भाषायी कौशल 
2. भाषा के मूल तत्त्व एवं आधार 
3. भाषा सीखने की प्रक्रिया 
4. भाषायी कौशलों का विकास 
5. सुनना ( श्रवण ) कौशल का विकास 
सुनने का अर्थ
सुनने के आवश्यक तत्त्व एवं आधार 
सुनना कौशल का विकास 
पूर्व माध्यमिक स्तर और सुनना कौशल का विकास 
प्राथमिक स्तर और सुनना कौशल का विकास 
उच्च प्राथमिक स्तर और सुनना कौशल का विकास
 माध्यमिक स्तर और सुनना कौशल का विकास 
6. बोलना कौशल का विकास 
बोलने का अर्थ 
बोलने के आवश्यक तत्त्व आधार 
बोलना कौशल का विकास
पूर्व माध्यमिक स्तर और बोलना कौशल का विकास 
प्राथमिक स्तर और बोलना कौशल का विकास 
उच्च प्राथमिक स्तर और बोलना कौशल का विकास
माध्यमिक स्तर और बोलना कौशल का विकास 
7. सुनना और बोलना 
8. पढ़ना ( पठन ) कौशल का विकास 
पठन का अर्थ 
पठन के आवश्यक तत्त्व एवं आधार 
पठन कौशल का विकास 
पूर्व माध्यमिक स्तर और पठन कौशल का विकास 
प्राथमिक स्तर और पठन कौशल का विकास 
उच्च प्राथमिक स्तर और पठन कौशल का विकास
माध्यमिक स्तर और पठन कौशल का विकास 
9. लेखन कौशल का विकास 
लेखन का अर्थ
लेखन के आवश्यक तत्त्व एवं आधार 
लेखन कौशल का विकास
पूर्व माध्यमिक स्तर और लेखन कौशल का विकास 
प्राथमिक स्तर और लेखन कौशल का विकास 
उच्च प्राथमिक स्तर और लेखन कौशल का विकास
माध्यमिक स्तर और लेखन कौशल का विकास 
10. पठन और लेखन 

अध्याय - 20 : सूक्ष्म शिक्षण और भाषायी कौशलों का विकास 
1. सूक्ष्म शिक्षण का सामान्य परिचय 
2. सूक्ष्म शिक्षण के पद 
सूक्ष्म शिक्षण के गुण - दोष 
सूक्ष्म शिक्षण की विशेषताएँ 
सूक्ष्म शिक्षण की कमियाँ 
अभिमत 
3. सूक्ष्म शिक्षण हेतु पाठ योजना निर्माण 
4. सूक्ष्म शिक्षण उपागम का हिंदी शिक्षण में उपयोग 
5. सूक्ष्ण शिक्षण और भाषायी कौशल का  विकास 
विशेष 
अध्याय - 21 : मौलिक भाषा शिक्षण 
1. मौखिक भाषा का अर्थ एवं महत्व
2. मौखिक भाषा के तत्त्व
3. मौखिक भाषा शिक्षण के उद्देश्य 
ज्ञानात्मक उदेश्य , कौशलात्मक उदेश्य , भावात्मक उद्देश्य 
4. मौखिक भाषा की शिक्षा 
मौखिक भाषा की शिक्षा कब प्रारम्भ की जाए ?
मौखिक भाषा की शिक्षा किस क्रम से दी जाए ?
शिशु स्तर और मौखिक भाषा की शिक्षा 
प्राथमिक स्तर और मौखिक भाषा की शिक्षा  - प्रत्यक्ष विधि , अप्रत्यक्ष विधि
उच्च प्राथमिक स्तर और मौखिक भाषा की शिक्षा   - प्रत्यक्ष विधि , अप्रत्यक्ष विधि 
माध्यमिक स्तर और मौखिक भाषा की शिक्षा - प्रत्यक्ष विधि , अप्रत्यक्ष विधि
5. कहानी सुनाना 
6. भषा शिक्षण में मौखिक कार्य का महत्व एवं उपयोगिता 
7. विभिन्न मौखिक कार्यो का भाषा शिक्षण में महत्व 

अध्याय - 22 : लिखित भाषा शिक्षण 
1. लिखित भाषा का अर्थ और महत्व 
2. लिखित भाषा के तत्त्व 
3. लिखित भाषा शिक्षण के उद्देश्य 
ज्ञानात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य 
4. लिखित भाषा की शिक्षा 
पढ़ने - लिखने की शिक्षा कब प्रारम्भ की जाए ?
पढ़ने - लिखने अलग - अलग सिखाया   जाए  या एक साथ ?
पढ़ने - लिखने की शिक्षा वाक्यों से शुरू की जाए , शब्दों से या अक्षरों से ?
पढ़ने - लिखने की शिक्षा किस क्रम में दी जाए
पूर्व प्राथमिक स्तर और पढ़ने - लिखने की शिक्षा 
प्राथमिक स्तर और पढ़ने - लिखने की शिक्षा 
अक्षर पढ़ना - लिखना सिखाने  
उच्च प्राथमिक स्तर और लिखित भाषा की शिक्षा
माध्यमिक स्तर और पढ़ने - लिखने की शिक्षा हस्तलेख 
भाषा शिक्षण में लिखित कार्य का महत्व एवं उपयोगिता 

अध्याय - 23 : पठन शिक्षण 
1. पठन और उसके रूप 
2. मौखिक पठन 
मौखिक पठन का अर्थ 
मौखिक पठन के प्रकार 
मौखिक पठन का महत्व 
गद्य और पद्य के मौखिक पठन में अंतर 
मौखिक पठन की शिक्षा के उद्देश्य - ज्ञानात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य 
मौखिक पठन की शिक्षा 
3. मौन पठन 
मौन पठन का अर्थ 
मौन पठन के प्रकार 
मौन पठन का महत्त्व 
मौन पठन के तत्त्व 
मौन पठन की शिक्षा के उद्देश्य  -  ज्ञानात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य 
मौन पठन की शिक्षा

 अध्याय - 24 : रचना शिक्षण 
1. रचना और उसके रूप 
2. मौखिक रचना 
मौखिक रचना का अर्थ एवं महत्त्व 
मौखिक रचना के तत्त्व 
मौखिक रचना शिक्षण के उद्देश्य -  ज्ञानात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य 
मौखिक रचना की शिक्षा 
3. लिखित रचना 
लिखित रचना का अर्थ एवं महत्त्व 
लिखित रचना के तत्त्व 
लिखित रचना शिक्षण के उद्देश्य -  ज्ञानात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य 
लिखित रचना की शिक्षा 
किस स्तर पर क्या कार्य हो ?
लिखित रचना शिक्षण की प्रणालियाँ 
किस स्तर पर किस प्रणाली को अपनाया जाए ?
बच्चों की लिखित रचना में मौलिकता लाने के उपाय 
लिखित रचना में संशोधन कैसे किया जाए ?
4. पाठ - योजना निर्माण 
पाठ शिक्षण के लक्ष्य  -  ज्ञानात्मक  , कौशलात्मक  , भावात्मक  
शिक्षण साधन 
पूर्व ज्ञान , कौशल , रूचि एवं अभिवृत्ति 
प्रस्तावना 
विकास 
आवृति 
श्यामपट्ट कार्य 
कक्षा कार्य एवं परिवीक्षण 
गृह कार्य


 




 

 


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