हिंदी शिक्षण , हिंदी शिक्षण विज्ञान - part 3

अध्याय - 25 : उच्चारण और वर्तनी की शिक्षा 
1. शुद्ध उच्चारण और उसका महत्व 
2. उच्चारण अशुद्धियाँ 
अक्षरों के उच्चारण संबंधी अशुद्धियाँ 
सयुक्ताक्षरों के उच्चारण संबंधी अशुद्धियाँ 
मात्रायुक्त अक्षरों के उच्चारण संबंधी अशुद्धियाँ 
अनुनासिक , अनुस्वार  और अनुस्वार अनुनासिक के उच्चारण संबंधी उच्चारण अशुद्धियाँ 
ध्वनि लोप संबंधी उच्चारण अशुद्धियाँ 
ध्वनि आधिक्य संबंधी उच्चारण अशुद्धियाँ 
ध्वनि परिवर्तन संबंधी उच्चारण अशुद्धियाँ 
नाक में बोलने और उर्दू ध्वनि नुक्ता ( . ) के अनावश्यक उच्चारण संबंधी अशुद्धियाँ 
स्वराघात संबंधी उच्चारण अशुद्धियाँ 
3. उच्चारण अशुद्धियाँ के कारण 
शारीरिक कारण ,  मानसिक कारण , सामाजिक कारण , शैक्षिक कारण , भाषायी कारण 
4. शुद्ध उच्चारण की शिक्षा 
बच्चों के उच्चारण तंत्र की देखभाल 
बच्चों में मानसिक संतुलन का विकास 
विशुद्ध भाषा का प्रयोग करने की संगत 
उच्चारण संबंधी सामान्य नियमों का ज्ञान 
शुद्ध उच्चारण अभ्यास 
स्वउपचार विधि 
शिक्षक सहयोग विधि 
5. वर्तनी की अशुद्धियाँ 
अक्षर संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
संयुक्ताक्षर संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
मात्राएँ एवं रेफ संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
अनुनासिक , अनुस्वार और चन्द्रबिन्दु संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
ध्वनि लोप संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
ध्वनि आधिक्य संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
ध्वनि परिवर्तन संबंधी वर्तनी अशुद्धियाँ 
अनुस्वार और नुक्ता ( . ) का अनावश्यक प्रयोग 
शब्द रचना संबंधी वर्तनी भूलें 
6. वर्तनी अशुद्धियाँ के कारण 
शारीरिक कारण , मानसिक कारण , सामाजिक कारण , शैक्षिक कारण , भाषायी कारण 
7. शुद्ध वर्तनी की शिक्षा 
उच्चारण तंत्र की देखभाल 
मानसिक संतुलन का विकास 
व्याकरण ज्ञान एवं उच्चारण शिक्षा लिपि का स्पष्ट ज्ञान और वर्तनी के विशेष नियम 
शुद्ध वर्तनी अभ्यास 
स्व उपचार विधि 
शिक्षक सहयोग विधि

अध्याय - 26 : मातृभाषा शिक्षण में साहित्य शिक्षण का प्रवेश 
1. भाषा और साहित्य 
मातृभाषा शिक्षण के उद्देश्य 
मातृभाषा शिक्षण में साहित्य शिक्षण का प्रवेश 

अध्याय - 27 : कविता शिक्षण 
1. कविता का अर्थ एवं महत्व 
2. कविता के मूल तत्त्व 
3. कविता शिक्षण के उद्देश्य 
ज्ञानात्मक उद्देश्य , भावात्मक उद्देश्य , कौशलात्मक उद्देश्य 
कविता शिक्षण के लक्ष्य
4. कविता शिक्षण 
कविता का शिक्षण कब प्रारम्भ किया जाए ? 
किस स्तर पर कैसी कविताएँ पढ़ाई जाए ? 
प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए बालगीत तथा तुकबंदियों को चुनते समय निम्नलिखित बातें ध्यान में रखना चाहिए 
प्राथमिक स्तर के पश्चात पद्य तथा कविताओं का चयन करते समय निम्नलिखित बातें ध्यान में रखना चाहिए 
कविता शिक्षण की प्रणालियाँ 
किस स्तर पर किस शिक्षण प्रणाली को अपनाया जाए ? 
5. कविता शिक्षण के सोपान 
प्रस्तावना , प्रस्तुति  , अर्थग्रहण एवं सौंदर्यबोध परीक्षण , रचनात्मक कार्य , विशेष 
छंद , रस , अलंकार और शब्द शिक्तियों की शिक्षा कैसे दी जाए ? 
कविता में रूचि उतपन्न करने के लिए क्या उपाय किए जाएँ ? 
साहित्य में रूचि उत्पन्न करने के लिए क्या उपाए किए जाएँ ? 
6. पाठ संकेत निर्माण 
7. पाठ्य कविता 
8. पाठ योजना ( हरबार्ट उपागम पर आधारित ) 
पाठ शिक्षण के लक्ष्य  - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक 

अध्याय - 28 : गद्य शिक्षण 
1. गद्य और उनका महत्त्व 
2. गद्य के मूलतत्त्व 
3. गद्य शिक्षण के उद्देश्य - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक 
गद्य पाठ के शिक्षण लक्ष्य 
4. गद्य शिक्षण
 गद्य का शिक्षण कब प्रारम्भ किया ? 
किस स्तर पर कैसे गद्य पाठ पढ़ाए जाएँ ?
गध शिक्षण की प्रणालियाँ 
किस स्तर पर किस शिक्षण प्रणाली का प्रयोग किया जाए ?
5. गद्य शिक्षण के सोपान 
प्रस्तावना , प्रस्तुति , भाषा ज्ञान एवं अर्थग्रहण परीक्षण और उपचारात्मक शिक्षण , कक्षा कार्य एवं परिवीक्षण , संक्षिप्तावृत्ति  , ग्रह कार्य 
6. पाठ संकेत निर्माण 
7. पाठ्यांश ( हमारा राष्ट्रीय झण्डा )
पाठ शिक्षण के लक्ष्य - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक
शिक्षण साधन
पूर्व ज्ञान , कौशल , रूचि एवं अभिवृत्तियाँ
कक्षा कार्य एवं परिवीक्षण


अध्याय - 29 : नाटक शिक्षण 
1. नाटक और उसका महत्त्व
2. नाटक के मूलतत्त्व 
3. नाटक शिक्षण के उद्देश्य - ज्ञानात्मक , भावात्मक , कौशलात्मक 
नाटक शिक्षण के लक्ष्य 
4. नाटक शिक्षण 
नाटक शिक्षण किस स्तर पर प्रारम्भ किया जाएँ ? 
किस स्तर पर कैसे नाटक पढ़ाए जाएँ ? 
नाटकों का चयन 
नाटक शिक्षण की प्रणालियाँ 
किस स्तर पर किस प्रणाली का प्रयोग किया जाए ? 
5. नाटक शिक्षण के सोपान - प्रस्तावना , प्रस्तुति , संक्षिप्तावृत्ति , गृह कार्य 
6. पाठ योजना निर्माण 
7. पाठ्य नाटक 
8. पाठ योजना 
पाठ शिक्षण के लक्ष्य  -  ज्ञानात्मक , भावात्मक , कौशलात्मक 
शिक्षण साधन - पूर्व ज्ञान , कौशल , रूचि एवं अभिवृत्ति , प्रस्तावना , प्रस्तुति 

अध्याय - 30 : कहानी शिक्षण 
1. कहानी और उसका महत्त्व 
2. कहानी के मूल तत्त्व 
3. कहानी शिक्षण के उद्देश्य - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक उद्देश्य
कहानी विशेष के शिक्षण लक्ष्य
4. कहानी शिक्षण कहानी की शिक्षा कब प्रारम्भ की जाए ? 
5. किस स्तर पर कैसी कहानियाँ पढ़ाई जाएँ ? - घटनाप्रधान , चरित्रप्रधान , समस्याप्रधान , मनोवैज्ञानिक
कहानियों का चयन , कहानी शिक्षण की प्रणालियाँ ,  किस स्तर पर किस प्रणाली को अपनाया जाए ?
6. कहानी शिक्षण के सोपान 
7. पाठ - योजना निर्माण 

अध्याय - 31 : द्रुत पठन की पुस्तकों का शिक्षण 
1. द्रुत पठन की पुस्तकें और उनका महत्त्व 
2. द्रुत पठन की पुस्तकों के आवश्यक तत्त्व 
3. द्रुत पठन की पुस्तकों की शिक्षा के उद्देश्य  - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक
4. द्रुत पठन की पुस्तकों का शिक्षण 
किस स्तर पर किस प्रकार की द्रुत पठन पढ़ाई जाएँ ?
द्रुत पठन की पुस्तकों का चयन
द्रुत पठन की पुस्तकों की शिक्षण प्रणालियों
उच्च प्राथमिक स्तर पर द्रुत पठन की पुस्तकों की शिक्षण
शंका - समाधान
माध्यमिक स्तर पर द्रुत पठन की पुस्तकों का शिक्षण
5. पाठ संकेत निर्माण


अध्याय - 32 : व्याकरण शिक्षण 
1. व्याकरण शिक्षण महत्त्व 
2. हिंदी का व्याकरण 
3. व्याकरण के मूल तत्त्व - ज्ञानात्मक , भावात्मक , कौशलात्मक , पाठ शिक्षण के उद्देश्य 
4. व्याकरण शिक्षण 
कब प्रारम्भ किया जाए ? , किस स्तर पर क्या पढ़ाया जाएँ ? , व्याकरण की शिक्षा किस प्रकार दी जाए ? , व्याकरण शिक्षण की प्रणालियाँ , किस स्तर पर किस प्रणाली को अपनाया जाए ? , व्याकरण शिक्षण को रुचिकर कैसे बनाया जाए ? , पाठ योजना निर्माण 
5. पाठ योजना 
पाठ शिक्षण के लक्ष्य  - ज्ञानात्मक , भावात्मक , कौशलात्मक 
 शिक्षण साधन , पूर्व ज्ञान , कौशल , रूचि एवं अभिवृत्तियाँ , प्रस्तावना , प्रस्तुति

अध्याय - 33 : अनुवाद शिक्षण 
1. अनुवाद  एवं उसका महत्त्व 
2. अनुवाद के मूल तत्त्व 
3. अनुवाद शिक्षण के उदेश्य  - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक
4. अनुवाद की शैलियाँ 
5. अनुवाद का शिक्षण 
अनुवाद शिक्षण की प्रणालियाँ 
किस स्तर पर किस प्रणाली का प्रयोग किया जाए ? 
अनुवाद के संबंध में कुछ जानने योग्य बातें

अध्याय - 34 : संक्षेपीकरण और विस्तारीकरण 
1. संक्षेपीकरण एवं उसका महत्त्व 
2. संक्षेपीकरण के मूल तत्त्व 
3. संक्षेपीकरण की शिक्षा के उद्देश्य - ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक 
4. संक्षेपीकरण की शिक्षा
संक्षेपीकरण की शिक्षा की प्रचलित प्रणाली 
संक्षेपीकरण की शिक्षा की आदर्श प्रणाली 
संक्षेपण के संबंध में कुछ ध्यान रखने योग्य बातें 
5. विस्तारीकरण एवं उसका महत्त्व 
6. विस्तारीकरण के मूल तत्त्व 
7. विस्तारीकरण की शिक्षा के उद्देश्य  -  ज्ञानात्मक , कौशलात्मक , भावात्मक
8. विस्तारीकरण की शिक्षा 
विस्तारीकरण की शिक्षा  की प्रचलित प्रणाली 
विस्तारीकरण की शिक्षा  की आदर्श प्रणाली 
विस्तारीकरण के संबंध में कुछ ध्यान रखने बातें 

   अध्याय - 35 : हिंदी भाषा शिक्षण की समस्याएँ और उनके समाधान 
1. प्रस्तावना 
2. मातृभाषा हिंदी शिक्षण की समस्याएँ और उनके समाधान 
शिक्षार्थियों संबंधी समस्याएँ और उनके समाधान 
मातृभाषा हिंदी की प्रकृति और उसकी पाठ्यचर्या संबंधी समस्याएँ और उनके समाधान 
मातृभाषा शिक्षक की योग्यता एवं शिक्षण कौशल संबंधी  समस्याएँ और उनके समाधान 

अध्याय - 36 : भाषा शिक्षण में क्रियात्मक अनुसंधान 
1. अनुसंधान का अर्थ एवं परिभाषा 
2. अनुसंधान के पद 
3. क्रियात्मक अनुसंधान का अर्थ एवं परिभाषा 
4. क्रियात्मक अनुसंधान के पद 
मौलिक अनुसंधान और क्रियात्मक अनुसंधान में अंतर् 
5. भाषा शिक्षण में क्रियात्मक सनुसन्धान 
6. भाषा शिक्षण में क्रियात्मक अनुसंधान की रूपरेखा 
क्रियात्मक उपकल्पनाएँ 
क्रियात्मक उपकल्पनाओं की परीक्षा 
  
 












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